बारिश का मौसम हो और चाय के साथ कुछ गरमागरम चटपटा खाने को मिल जाए तो मज़ा ही आ जाता है, है ना ?ऐसे में सबसे पहले जो चीज़ दिमाग में आता है वो है गरमागरम कचौरी। अगर वो आलू की हो वो भी एकदम खस्ता फूली फूली तो क्या कहना ? कचौरी को कई तरह से बनाया जाता है — जैसे प्याज़ की कचौरी, मूंग दाल की कचौरी, मावा की कचौरी या मटर की कचौरी। लेकिन aloo ki kachori की बात ही कुछ और है।

“तो चलिए, आज आपकी इसी इच्छा को पूरा करते हैं और आपको बताते हैं घर पर ही बाज़ार जैसी खस्ता और फूली-फूली आलू की कचौरी बनाने की आसान विधि। यकीन मानिए, इसे बनाना उतना भी मुश्किल नहीं है जितना लगता है। बस कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना होता है।”
Table of Contents
आलू की कचौरी बनाने के लिए सामग्री (Ingredients for Aloo ki kachori )
- आटा के लिए :
- मैदा – 2 कप
- नमक – ½ चम्मच
- कलौंजी – ½ चम्मच
- चीनी – ½ छोटी चम्मच (वैकल्पिक)
- घी/तेल – 3-4 बड़े चम्मच (Tablespoons) (मोयन के लिए)
- पानी – जरूरत अनुसार
- भरावन (Stuffing) के लिए :
- उबले आलू – 500gm
- हींग – 1 चुटकी (वैकल्पिक, पर स्वाद बहुत अच्छा आता है)
- अदरक-हरी मिर्च का पेस्ट – 1 चम्मच
- धनिया पाउडर – 1 चम्मच
- चाट मसाला – 1 छोटी चम्मच
- गरम मसाला – ½ चम्मच
- हल्दी – ¼ चम्मच
- लाल मिर्च – ½ चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- हरा धनिया – 2 चम्मच (कटा हुआ )
Aalu ki kachori banane ki vidhi -How to make aloo ki kachori
Step 1 : आटा गूंथना
सबसे पहले एक बाउल या बर्तन लेंगे। उसमें दो कप मैदा डालेंगे। फिर मैदे के अंदर नमक , थोड़ी सी चीनी भी और आधा चम्मच कलौंजी डालेंगे।

अब इसमें दो से तीन टेबल स्पून तेल डालेंगे या तो घी डालकर अच्छे से हाथों से मिला लेंगे।


अब थोड़ा थोड़ा पानी डालते हुए।मुलायम आटा गूंथ लें।

आटा गूंथने के बाद से आटे को 20 से 25 मिनट के लिए गीले कपड़े से ढककर रख दें।

Step -2 : आलू की मसालेदार स्टफिंग तैयार करेंगे
“अब भरावन ( stuffing ) बनाने के लिए, एक कढ़ाई में एक टेबलस्पून तेल गरम करें।

जब तेल गरम हो जाए, तो उसमें अदरक और हरी मिर्च का पेस्ट डालकर कुछ सेकंड के लिए भूनें, ताकि इसका कच्चापन निकल जाए।

इसके बाद आंच धीमी करके उसमें हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और गरम मसाला डालें और सभी मसालों को हल्का सा भून लें।


जब मसाले अच्छी तरह भुन जाएँ, तब उसमें मैश किए हुए उबले आलू को डाल दें।

अब इसमें चाट मसाला और स्वादानुसार नमक डालकर सब कुछ अच्छी तरह मिला लें। मिश्रण को मध्यम आंच पर 4 से 5 मिनट तक भूनें, ताकि आलू का अतिरिक्त पानी सूख जाए और मसाले आलू के साथ अच्छी तरह मिल जाएँ।

आखिर में, ऊपर से कटा हुआ हरा धनिया डालकर अच्छी तरह मिलाएं और गैस बंद कर दें। भरावन को एक प्लेट में निकालकर पूरी तरह से ठंडा होने दें। यह बहुत ज़रूरी है, क्योंकि गरम भरावन से कचौरी फट सकती है।

Step 3 : कचोरी बनाएंगे
अब गुँथे हुए आटे को एक बार फिर से हल्का सा मसलकर चिकना कर लें और उसकी छोटी-छोटी लोइयां बना लें।

एक लोई को हाथ में लेकर उंगलियों की मदद से कटोरी जैसा आकार दें। बीच में 1 से 2 चम्मच आलू का भरावन (स्टफिंग) रखें।

अब किनारों को चारों तरफ से उठाते हुए एक साथ लाएं और पोटली की तरह अच्छी तरह से बंद कर दें, ताकि भरावन बाहर न निकले।

आखिर में, भरी हुई लोई को हथेली से धीरे-धीरे दबाकर चपटा कर लें और कचौरी का आकार दें। ध्यान रहे कि यह फटे नहीं। इसी तरह सारी कचौरी भरकर तैयार कर लें।

Step 4 : कचोरी तलेंगे
अब एक कढ़ाई में तलने के लिए तेल गरम करें। सबसे ज़रूरी बात: तेल बहुत ज़्यादा गरम नहीं होना चाहिए, बस हल्का गरम हो। आंच को बिलकुल धीमा (low) रखें।

अब धीरे से 1 से 2 aloo ki kachori तेल में डालें। कचौरी पहले नीचे बैठ जाएगी और फिर कुछ देर में खुद फूलकर तेल के ऊपर तैरने लगेगी।

जब कचौरी ऊपर आ जाए, तब उसे पलट दें। अब आंच को मध्यम (medium) करके, कचौरी को उलट-पलट कर दोनों तरफ से सुनहरा और खस्ता (golden and crispy) होने तक तलें।

तली हुई कचौरी को एक टिशू पेपर पर निकाल लें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए। इसी तरह सारी कचौरी तलकर तैयार कर लें।

लीजिए, आपकी गरमागरम और खस्ता आलू की कचौरी बनकर तैयार है! आप इसे अपनी पसंद की किसी भी चीज़ के साथ परोस सकते हैं। यह आलू की रसेदार सब्जी, इमली की खट्टी-मीठी चटनी या फिर धनिये की तीखी चटनी के साथ बहुत स्वादिष्ट लगती है।
मैंने तो इसे मसालेदार चने की सब्जी के साथ खाया और यकीन मानिए, मज़ा ही आ गया! अब आप भी बनाइए और बताइए कि आपने इसे किसके साथ खाया।
अगर आपको यह आलू कचौरी की रेसिपी पसंद आई हो, तो आपको मेरी मटर की कचौरी की रेसिपी भी बहुत पसंद आएगी। आप उसे भी बहुत आसानी से बना सकते हैं।
इसके अलावा, कचौरी के साथ खाने के लिए मैंने चटपटे छोले की सब्जी की रेसिपी भी शेयर की है। कचौरी और छोले का कॉम्बिनेशन तो लाजवाब लगता है!
Aloo ki kachori बनाने के लिए टिप्स :
- नरम आटा (Soft Dough): कचौरी का आटा हमेशा नरम गूंथें, पूरी के आटे जैसा सख्त नहीं। नरम आटे से कचौरी बेलते समय फटती नहीं है और मुलायम बनती है।
- भरावन पूरी तरह ठंडा हो : आलू का भरावन ( stuffing ) भरने से पहले उसे पूरी तरह से ठंडा कर लें। गरम भरावन भरने से कचौरी भाप की वजह से फट जाती है।
- एक बार में 2-3 कचौरी से ज़्यादा न तलें। ज़्यादा कचौरी डालने से तेल का तापमान एकदम से गिर जाता है और कचौरी तेल सोख लेती हैं।
- खस्ता कचौरी बनाने में थोड़ा समय लगता है। इसे धीमी आंच पर धीरे-धीरे फूलने और सिकने दें। जल्दबाज़ी करने से यह बाहर से तो पक जाएगी पर अंदर से कच्ची रह जाएगी।
FAQS
Q.1 कचोरी फट क्यों जाती है ?
Ans . अगर स्टफिंग (भरावन) में नमी ज़्यादा हो या आटा ठीक से न गुँथा हो, तो कचौरी तेल में जाकर फट सकती है।
Q.2 क्या मैदे की जगह गेहूँ के आटे (Atta) का इस्तेमाल कर सकते हैं?
जवाब: हाँ, हाँ, आप बिल्कुल कर सकते हैं, लेकिन स्वाद और बनावट में थोड़ा फ़र्क आएगा । गेहूँ के आटे की कचौरी मैदे जितनी खस्ता नहीं बनती। बेहतरीन परिणाम के लिए आधा मैदा और आधा गेहूँ का आटा मिलाकर भी बना सकते हैं।
Q.3 बची हुई कचौरी को कैसे स्टोर करें और दोबारा गरम कैसे करें?
जवाब: बची हुई कचौरी को एयर-टाइट डिब्बे में रखकर फ्रिज में 1-2 दिन तक स्टोर कर सकते हैं। दोबारा खस्ता करने के लिए उन्हें माइक्रोवेव में नहीं, बल्कि ओवन (Oven), एयर फ्रायर (Air Fryer) या तवे पर धीमी आंच पर गरम करें।
Conclusion
आलू की कचौरी ( aloo ki kachori recipe ) एक ऐसी डिश है, जो लगभग हर घर में बहुत पसंद की जाती है। इसे बनाना जितना आसान है, इसका स्वाद उतना ही लाजवाब होता है। हमारी इस आसान रेसिपी को एक बार ज़रूर ट्राई करें और अपने अनुभव हमारे साथ कमेंट्स में शेयर करना न भूलें।
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