Gawar phali ki sabji

इस नए तरीके से बनाएं Gawar Phali ki sabji , उंगलियां चाटते रह जाएंगे

ग्वार फली क्या होती है ?

ग्वार फली, जिसे हम आम बोलचाल में गवार और अंग्रेज़ी में Cluster Beans कहते हैं, एक हरी लंबी फली होती है जो भारत के कई हिस्सों में खासतौर पर राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और महाराष्ट्र में बहुत लोकप्रिय है। इसका स्वाद हल्का कसैला होता है, लेकिन जब इसे देसी मसालों के साथ सही तरीके से पकाया जाता है, तो यह फली बेहद स्वादिष्ट बन जाती है

ये gawar phali ki sabji है जो हमारी दादी-नानी के हाथों के स्वाद की याद दिला देती है — वो मिट्टी की खुशबू, देसी मसालों की महक और घर के खाने का सुकून।

हाँ, कई बार लोग कहते हैं कि इसमें कसैलापन होता है — लेकिन सच्चाई ये है कि जब इसमें थोड़ी सी मिर्च, थोड़ा सा लहसुन और ममता का तड़का लगाया जाए, तो यह सब्जी “खास” से भी ऊपर हो जाती है।”

Gawar phali ki sabji recipe in hindi

ग्वार फली के फायदे – सेहत के लिए क्यों है खास ?

यह साधारण सी दिखने वाली फली कई गंभीर समस्याओं का समाधान है:

  • पाचन सुधारे: इसमें मौजूद फाइबर कब्ज को दूर कर पेट को हल्का और स्वस्थ रखता है।
  • शुगर कंट्रोल करे: यह डायबिटीज के मरीजों के लिए अमृत समान है, क्योंकि यह ब्लड शुगर को काबू में रखती है।
  • वजन घटाए: अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो यह आपकी बेस्ट फ्रेंड है। कम कैलोरी और भरपूर फाइबर भूख को नियंत्रित करता है।
  • दिल को बचाए: यह बुरे कोलेस्ट्रॉल की दुश्मन है, जिससे आपका दिल हमेशा सुरक्षित और स्वस्थ रहता है।
  • हड्डियां मजबूत बनाए: कैल्शियम से भरपूर होने के कारण यह हड्डियों को फौलादी बनाती है।

गवार फली की सब्ज़ी बनाने के लिए सामग्री (Ingredients)

गवार फली – 250 ग्राम
प्याज – 2 मध्यम (1 स्लाइस में कटा, 1 पेस्ट के लिए)
लहसुन की कलियां – 5-6
मेथी के दाने – 1/4 छोटा चम्मच
काली मिर्च – 5-6
जीरा – 1/2 छोटा चम्मच
हींग – 1 चुटकी
हल्दी पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
धनिया पाउडर – 1 छोटा चम्मच
लाल मिर्च पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
गरम मसाला – 1/4 छोटा चम्मच
नमक – स्वादानुसार
तेल – 2 से 3 बड़े चम्मच
हरा धनिया – गार्निश के लिए

Gawar Phali ki sabji बनाने की विधि

“चलिए, बनाते हैं दादी-नानी वाली ग्वार फली की सब्ज़ी | gawar phali recipe ( Step-by-Step)”

स्टेप 1: ग्वार फली की सफाई और काटने की तैयारी

  • सबसे पहले ग्वार फली को अच्छी तरह पानी से धो लें। हर फली के दोनों सिरे (tip और tail) काटकर निकाल दें। फिर एक-एक फली को 1 से 1.5 इंच के टुकड़ों में काट लें। अगर फली थोड़ी कड़ी है, तो काटने से पहले उसे हल्का उबाल सकते हैं।
guar ki sabji

स्टेप 2 -प्याज काटना और मसाले का पेस्ट बनाना

  • प्याज तैयार करें: एक प्याज को लंबे और पतले स्लाइस में काट कर अलग रख लें। इसे हम सब्ज़ी भूनते समय इस्तेमाल करेंगे।
  • पेस्ट की तैयारी: अब सब्ज़ी के लिए एक खास मसाले का पेस्ट बनाएंगे। इसके लिए एक मिक्सर जार में डालें:
    • दूसरा कटा हुआ प्याज (आप इसे मोटे टुकड़ों में काट सकते हैं)
    • 5-6 लहसुन की कलियाँ
    • ½ छोटा चम्मच जीरा
    • 5-6 साबुत काली मिर्च
gawar ki phali ki sabji kaise banti hai

  • पेस्ट बनाएं: जार में थोड़ा सा (1-2 चम्मच) पानी डालकर सभी सामग्री को एक साथ पीसकर एक दरदरा या महीन पेस्ट बना लें। इस पेस्ट से सब्ज़ी में एक बहुत ही गहरा और स्वादिष्ट फ्लेवर आएगा।
gawar phali ki sabji ka masala paste

स्टेप 3:  तड़का लगाना और भूनना

अब एक कड़ाही में 2-3 बड़े चम्मच तेल डालकर मध्यम आंच पर गरम करें। जब तेल अच्छी तरह गरम हो जाए, तो उसमें ¼ छोटा चम्मच मेथी दाना और एक चुटकी हींग डालें।

    guwar phali ki sabji banane ke  liye

    जैसे ही मेथी दाने का रंग गहरा होने लगे, उसमें लंबे कटे हुए प्याज के स्लाइस डालें। प्याज को लगातार चलाते हुए हल्का सुनहरा और नरम होने तक भूनें।

    gawar ki recipe

    जब प्याज भुन जाए, तो कड़ाही में कटी हुई ग्वार फली डालें और 1-2 मिनट तक अच्छी तरह भूनें।

    gawar ki fali

    और अच्छे से मिक्स कर लेंगे।

    gavar ki sabji banane ke liye

    स्टेप 4- मसाले भूनना

    अब gawar phali ki sabji को एक अनोखा स्वाद देने के लिए, हम एक खास मसाला मिश्रण तैयार करेंगे। एक कटोरी में प्याज-लहसुन का पिसा हुआ पेस्ट निकालें। इसी पेस्ट में सभी सूखे मसाले – ½ छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, 1 छोटा चम्मच धनिया पाउडर, ½ छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर और ¼ छोटा चम्मच गरम मसाला डालकर अच्छी तरह मिला लें।

    guvar ki sabji ke liye paste banayege

    टिप: पेस्ट में मसाले मिलाने से वे जलते नहीं हैं और उनका स्वाद सब्ज़ी में धीरे-धीरे समाता है।

    अब कड़ाही में फली के ऊपर तैयार किया हुआ पेस्ट और मसाले का मिश्रण डाल दें।

    gawar phali ki sabji in hindi

    फिर उसमें स्वादानुसार नमक डालेंगे और सब कुछ अच्छी तरह मिला दें ताकि हर फली पर मसाला लग जाए। और 2-3 मिनट तक भूनें, ताकि मसाले का कच्चापन थोड़ा कम हो जाए।

    guvar ki sabji banane ke liye

    gawar ki fali ki sabji

    2-3 मिनट तक बिना पानी के भूनें। और ढक्कन लगाकर भुनने दे।

    gavar fali banane ki recipe

    स्टेप 5 : सब्जी पकाना

     अब कड़ाही में लगभग ¼ कप (4-5 बड़े चम्मच) पानी डालें। ढक्कन लगाकर आंच को धीमा कर दें और सब्ज़ी को 12-15 मिनट तक या फली के नरम होने तक पकने दें।

    gawar ki recipe

     हर 5-6 मिनट में सब्ज़ी को एक बार ज़रूर चलाएं ताकि वह नीचे न लगे और मसाले अच्छी तरह पक जाएं।

    gawar phali ki rasedar sabji

    स्टेप 6 – अंतिम रूप देना

    जब फली पक जाए और सब्ज़ी का पानी सूख जाए, तो ऊपर से बारीक कटा हरा धनिया डालकर गरमागरम परोसें।

    gawar ki sabji in  hindi

    आपकी दादी-नानी के स्वाद वाली स्वादिष्ट gawar phali ki sabji तैयार है! इसे गरमागरम रोटी या पराठे के साथ परोसें।

    Gawar Phali ki sabji बनाने के टिप्स और ट्रिक्स

    ग्वार फली की सब्ज़ी ( gawar phali ki sabji ) अगर सही तरीके से न बने तो उसका कसैलापन स्वाद बिगाड़ सकता है। लेकिन इन आसान टिप्स से आप इसे और भी स्वादिष्ट बना सकते हैं:

    1. कसैलापन हटाने के लिए:
      • नमक वाले पानी में उबालें: फली को काटने के बाद, एक चुटकी नमक मिले गर्म पानी में 5-7 मिनट के लिए उबाल लें। फिर इसे तुरंत ठंडे पानी से धो लें। इससे इसका कसैलापन काफी हद तक निकल जाता है।
      • खटाई का प्रयोग करें: सब्जी पकाते समय अंत में आधा चम्मच अमचूर पाउडर या कुछ बूँदें नींबू का रस डालने से स्वाद संतुलित होता है और कसैलापन महसूस नहीं होता।
    2. स्वाद बढ़ाने के लिए:
      • दही का जादू: सब्जी पकने के बाद आखिर में 2 चम्मच फेंटा हुआ दही मिलाने से इसका स्वाद क्रीमी और लाजवाब हो जाता है।
      • आलू के साथ: आप इस सब्जी में 1 कटा हुआ आलू भी डाल सकते हैं। आलू को फली के साथ ही भूनें।

    मुझे उम्मीद है कि आपको यह रेसिपी पसंद आई होगी! अगर आप ऐसी ही और देसी रेसिपी बनाना चाहते हैं, तो मेरी ये पोस्ट भी ज़रूर पढ़ें:

    FAQS

    Q.1ग्वार फली की सब्जी कड़वी क्यों होती है ?

    Ans.1 प्राकृतिक गुण: ग्वार फली में हल्का कसैलापन उसका प्राकृतिक गुण है। यह पौधे का खुद को कीड़ों और जानवरों से बचाने का एक तरीका होता है।

    2 पकी हुई फली: जब फली ज़्यादा पक जाती है, मोटी और रेशेदार हो जाती है, तो उसकी कड़वाहट भी बढ़ जाती है।

    इसलिए, सब्जी बनाने के लिए हमेशा ताज़ी और मुलायम ग्वार फली ही चुननी चाहिए।

    Q.2 क्या ग्वार फली को उबालना ज़रूरी है ?

    Ans.जरूरी नहीं, लेकिन अगर फली कड़वी, सख्त या पुरानी हो तो उबालना फायदेमंद होता है। उबालने से कड़वाहट कम होती है और सब्ज़ी जल्दी पकती है।

    Conclusion

    तो यह थी हमारी पारंपरिक gawar phali ki sabji बनाने की आसान विधि। मुझे उम्मीद है कि आप इसे ज़रूर ट्राई करेंगे और इसके देसी स्वाद का आनंद लेंगे। यह सब्जी सादी रोटी के साथ भी खाने का मज़ा दोगुना कर देती है।

    अगर आपके कोई सवाल हैं या आप अपना अनुभव साझा करना चाहते हैं, तो नीचे कमेंट्स में ज़रूर बताएं। हमें आपके जवाब का इंतज़ार रहेगा!

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